माण्डव्य कला मंच का राष्ट्रीय गणतंत्र परेड 2023 के लिए चयन रचा इतिहास
हिमाचल प्रदेश की विख्यात संस्था माण्डव्य कला मंच ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की
ग्रैंड फिनाले में मांडव्य कला मंच मंडी ने अपनी प्रतिभा के बल पर जगह बनाते हुए राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस दिवस 2023 में चयनित होकर हिमाचल प्रदेश के प्र्तिनिधित्तब करने के गौरवशाली उपलब्धि हासिल की है। इससे पहले मंडी जिले के सांस्कृतिक दलों को कभी भी यह मौका नहीं मिल पाया था।
मांडव्य कला मंच मंडी के संस्थापक कुलदीप गुलेरया के अगुवाई में विपिन, राजेश, जितेश, आयुष , पंकज, कोमल , कनिका , समृति, आँचल और हिमाशिका सहित 10 कलाकारों ने कड़ी मेहनत से लोक नृत्य लुड्डी के माध्यम से राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस 2023 के लिए स्थान सुनिश्चित कर इतिहास के पन्नो में अपना नाम दर्ज कराया।
इससे पहले मंडी जिला के सांस्कृतिक दलों को कभी भी यह मौका नहीं मिल पाया था , सीर्फ 1989 में 34 साल पहले कुलदीप गुलेरया जो की मांडव्य कला मंच मंडी के अभी संस्थापक हैं , और शकुंतला शर्मा दो ही कलाकारों को मौका मिल पाया था।
संस्कृति एवं रक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय संस्कृति को संरक्षित व शीर्ष प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से देश के विभिन्न 7 सांस्कृतिक केंद्रों के माध्यम से वंदे भारतम् नृत्य उत्सव प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित ग्रैंड फिनाले में बड़े-2 गणमान्य लोग उपस्थित थे। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिड़ला जी , केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री जी के रेड्डी जी, संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, पर्यटन राज्यमंत्री श्री अजय भट्ट और कला क्षेत्र की पदम विभूषण , पदम् श्री , संगीत नाटक अकादमी अवार्डी, नमी डांसर , कोरियोग्राफर जैसी महान विभूतियों ने निर्णायक मंडल में शिरकत कर देश के कोने कोने से छन कर आये 215 सांस्कृतिक दलों के 981 कलाकारों को अपनी परखी नजरों से निहार कर 500 शीर्ष प्रतिभाओं को राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस परेड 2023 की सांस्कृतिक प्रस्तुति के लिए चयनित किया।
हिमाचल प्रदेश के लिए गौरव के बात है। इससे हिमाचली युथ और कलाकार जो की हिमाचल की सस्कृति को प्रमोट करने को प्रेरित होंगे।